Site icon Hindinews letter

लक्षद्वीप को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया: 1500 करोड़ से ज्जादा का निवेश

लक्षद्वीप को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया: 1500 करोड़ से ज्जादा का निवेश

लक्षद्वीप को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने किया 1500 करोड़ से ज्जादा का निवेश

लक्षद्वीप (Lakshadweep) को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए हुए बहुत सारे निवेश-

भारत-मालदीव विवाद के बीच,सरकार ने लक्षद्वीप की खूबसूरती को और बढ़ाने के लिए कई साहसिक कदम उठाया है, साथ मे रत्न टाटा ने भी लक्षद्वीप मे पर्यटन को बढ़ावा दें के लिए दो ताज ब्रैंडेड होटल खोलने के लिए ऐलान किया है,इतना ही नहीं अपने करीबी दोस्त इजरायल ने भी लक्षद्वीप मे इनवेस्टमेंट करने के लिए ऐलान किया है। भारत सरकार ने लक्षद्वीप को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने के लिए 1500 करोड़ से ज्जादा का निवेश करने वाली है।
लक्षद्वीप की खूबसूरती को और बढ़ाने के लिए वित्त मंत्रालय ने दो परियोजनाओं की पूर्व-मंजूरी दी है – कड़मत द्वीप (Kadmat Island) पर पश्चिमी ओर के पोर्ट सुविधाओं का विकास और कलपेनी द्वीप (Kalpeni Island) पर पश्चिमी ओर के पोर्ट सुविधाओं का विकास – जो दो साल में पूरा होगा, रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया है। कड़मत द्वीप (Kadmat Island) पर पश्चिमी ओर की पोर्ट सुविधाओं का विकास का खर्च 108 करोड़ रुपये होगा,जबकि कलपेनी द्वीप (Kalpeni Island) पर पश्चिमी ओर की पोर्ट सुविधाओं का विकास 139 करोड़ रुपये में होगा।
यह विकास उन समय हो रहा है हाल ही में जब प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था। इसके बाद उन्हें इस दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की थी। इसके साथ ही उन्होंने भारतीयों से अपील की थी वह इस आइलैंड पर घूमने का प्लान करें। इसके बाद Maldives की युवा सशक्तीकरण मामलों की उपमंत्री मरियम ने पीएम मोदी के पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। हालांकि जब उनके इस ट्वीट की आलोचना हुई तो उन्होंने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया था। मालदीव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चित्रों पर मज़ाक करने वाले तीन अधिकारियों को नकारात्मक टिप्पणियों के बाद मालदीव टूरिज्म बॉयकाट का सामना किया था। हालांकि मोदी ने मालदीव का उल्लेख नहीं किया,उनकी पोस्ट को भारतीय द्वीपों को मालदीव की बजाय एक वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में चित्रित करने का प्रयास माना जा सकता था लेकिन इसका परिणामस्वरूप, मालदीव की सरकार ने तीन अधिकारियों को मोदी के खिलाफ अपशब्दी टिप्पणियों के बाद उनेह निलंबन का सामना किया।
मालदीव की पर्यटन उद्योग का मुख्य रूप से भारतीय पर्यटकों पर निर्भर है। मालदीव की पर्यटन वेबसाइट के अनुसार, भारतीय पर्यटकों ने यहां अधिकतम यात्राएँ दर्ज की हैं, जिन्हें अधिकतम 2 लाख यात्राएँ हैं, इसके बाद रूस और फिर चीन के पर्यटक है।

प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप में 1156 करोड़ रुपये के परियोजनाओं-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप संघ के बीच कई परियोजनाओं चल रही हैं,जिनकी मूल्यवर्धन 1,150 करोड़ रुपये हैं।
इसमें शामिल हैं:

1. कोची-लक्षद्वीप द्वीप सबमेरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (KLI-SOFC) परियोजना

  • इस परियोजना का उद्दीपन मोदी ने 2020 के स्वतंत्रता दिवस भाषण में किया था।
  • इसका उद्देश्य लक्षद्वीप द्वीप पर धीमी इंटरनेट स्पीड की चुनौती को पार करना है।
  • इससे द्वीपों में इंटरनेट स्पीड 1.7 GPS से 200 GPS तक बढ़ जाएगी।

2. कड़मट में लो टेम्परेचर थर्मल डिसेलिनेशन (LTTD) प्लांट:

  •  इस प्लांट से प्रतिदिन 1.5 लाख लीटर शुद्ध पीने का पानी उत्पन्न होगा।

3. आगत्ती और मिनीकॉय द्वीपों पर फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन (FHTC):

  •  इससे इन द्वीपों के सभी घरों में स्वच्छ पीने का पानी मिलेगा।

4. कावरत्ती में सोलर पॉवर प्लांट:

  • यह पहली बैटरी सहित सोलर पॉवर परियोजना है जो लक्षद्वीप में शुरू की जा रही है।

5. कलपेनी में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा की मरम्मत के लिए नींव पत्थर रखा गया है:

  • इसके साथ ही, अंगनवाड़ी केंद्रों (नंद घर) की पांच मॉडल बनाने का भी आरंभ किया गया है, जो अंड्रोथ, चेतलाट, कड़मट, अगत्ती और मिनीकॉय द्वीपों में होंगे।
इन परियोजनाओं के माध्यम से लक्षद्वीप को विभिन्न क्षेत्रों में सुधार करने का प्रयास किया गया है, जिससे द्वीपसमूह में सुविधाएं और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
उन्होंने कलपेनी में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा की मरम्मत के लिए शिलान्यास भी किया जा रहा है,साथ ही मे आंगनवाड़ी केंद्रों (नंद घर) के पाँच मॉडल केंद्रों की निर्माण के लिए भी शिलान्यास किया, जो आंद्रोथ, चेटलाट, कड़मत,अगत्ती और मिनीकॉय द्वीपों में स्थित हैं

टाटा ग्रुप का लक्षद्वीप में निवेश-

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप के दौरे की है और उसके बाद भारत-मालदीव के साथ उत्पन्न तनाव के बीच- टाटा ग्रुप ने उपनिवेशी समृद्धि के संबंध में एक बड़ा ऐलान किया है।
टाटा ग्रुप ने लक्षद्वीप के सुहेली और कडमट द्वीपों (Suheli and Kadmat islands) पर दो रिज़ॉर्ट्स खोलने का निर्णय लिया है। पिछले साल जनवरी में,टाटा ग्रुप की सहायक कंपनी,इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड ने पहले ही दो ताज-ब्रैंडेड रिज़ॉर्ट्स खोलने की योजना की थी। अब यह योजन हकीकत मे बदलने वाली है।

टाटा ग्रुप के निर्णय के पीछे के कारण-

इस Greenfield परियोजना की योजनाएं 2026 तक बन कर तैयार हो जाएगा और इन्हें इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) द्वारा विकसित किया जाएगा, IHCL कंपनी ने कहा -हम लक्षद्वीप में शानदार समुद्र तटों और कोरल रीफ के साथ में बड़ी संभावना देखते हैं, IHCL के एमडी (MD)और सीईओ (CEO) पुनीत छात्वाल ने रिज़ॉर्ट्स के साइनिंग के दौरान कहा- ये दो विश्व-स्तरीय ताज रिज़ॉर्ट्स आंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय यात्रीओं को आकर्षित करेंगे
ताज रिज़ॉर्ट्स खोलने के लिए चुने गए दो स्थान विख्यात पर्यटन स्थलों में से हैं, जो खुद में 36 द्वीपों के समूह का हिस्सा हैं। इनमें बंगारम, अगत्ती, कड़मट, मिनीकॉय, कवरत्ती, सुहेली और कड़मट शामिल हैं।
टाटा ग्रुप के योजना के अंदर- IHCL के अनुसार, सुहेली पर ताज में 110 कमरे होंगे, जिसमें 60 बीचफ्रंट विला और 50 वॉटर विला शामिल होंगे। कडमट द्वीप मे एक साइजेबल लैगून (sizable lagoon)के साथ seagrass bed और एक marine area होगा। 
कडमट में ताज होटल की 110 कमरों में 35 वॉटर विला और 75 बीच विला होंगी। IHCL ने कहा की लक्षद्वीप,अरब सागर में एक द्वीप समूह है, जिसे उसकी दृश्य सौंदर्य,अनूठी बीच,कोरल रीफ और लैगून्स के लिए जाना जाता है। यह वॉटर स्कीइंग (water skiing) ,स्कूबा डाइविंग (scuba diving),विंडसर्फिंग (windsurfing),यॉटिंग (yachting),सर्फिंग (surfing) और स्नोर्कलिंग (snorkeling) जैसे जल खेलों के लिए एक स्वर्ग है।
4 जनवरी को भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने एक वायरल ट्वीट में कहा था कि उन्हें लक्षद्वीप की शानदार सौंदर्य से “आश्चर्यचकित” है। इस शानदार सौंदर्य के अलावा, उन्होंने कहा था कि लक्षद्वीप की शांति भी मोहक है। “जिन्हें अपने भीतर के एडवेंचरर को अपनाना है,उनकी लिस्ट में लक्षद्वीप होना चाहिए।

इजरायल ने भी की लक्षद्वीप मे निवेश-

इजरायल ने लक्षद्वीप में सैलिनिटेशन कार्यक्रम (इसका कार्यक्रम का उद्देश्य जल संसाधनों को बचाना होता है, इसमें जल संचय,जल उपयोग,जल संवर्धन और जल संवहन के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग) शुरू करने का एलान किया। जो मालदीव के बीच चल रहे विवाद के बीच भारतीय द्वीपसमूह में पर्यटन को और बढ़ावा देगा।
इसराइली दूतावास (Israeli embassy) ने एक ‘X’ सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हमने पिछले वर्ष राज्य सरकार के अनुरोध पर सैलिनिटेशन कार्यक्रम की शुरुआत करने के लिए लक्षद्वीप में थे। इजराइल  ने कहा की वह 24 जनवरी को इस परियोजना पर काम शुरू करने जा रहे है।
इजराइली दूतावास ने लक्षद्वीप की शानदार बीचों की तस्वीरें साझा की,जो लोग अब तक लक्षद्वीपद्वीप की अद्भुत और शानदार अंडरवॉटर सौंदर्य को देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं,यहां कुछ तस्वीरें हैं जो इस द्वीप की मोहक प्रेरणा को दिखा रही हैं।
इसराइली दूतावास (Israeli embassy) ने एक ‘X’ सोशल मीडिया पोस्ट

यह घोषणा उस समय हो रही है जब भारत और मालदीव के बीच नारेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के खिलाफ कुछ मंत्रियों द्वारा किए गए अपमानजनक टिप्पणियों के चल रही थी।
मंत्रियों ने मोदी की एक पोस्ट की आलोचना की, जिसमें उन्होंने लक्षद्वीप की एक समुद्र तट पर चलने की छवियां शेयर की थीं।
अब भारत सरकार, इजरायल  और रत्न टाटा मिल कर यह भारतीय द्वीपसमूह को मालदीव से एक बेहतर विकल्प पर्यटन स्थल के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे है।
Exit mobile version