Bihar Bullet Train:बिहार के इस 4 स्टेशनो से गुज़रेगी वाराणस-हावड़ा बुलेट ट्रेन

Bihar Bullet Train: बिहार मे बुलेट ट्रेन रूट प्लान, कौन कौन से स्टेशन और वाराणसी–हावड़ा हाई स्पीड रेल-जाने डीटेल मे

Bihar Bullet Train का रूट प्लान, कौन से स्टेशन से होकर जाएगी और क्या है जमीनी प्रक्रिया -वाराणस हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर घोषणा के तहत

वाराणस–हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर घोषणा से भारत में हाई-स्पीड रेल की क्षमता को पूर्ण करने की कीमत को अच्छी तरह से समझा जा रहा है,इस घोषणा से बिहार के लिए एक विकास का द्वार खोल गिया गया है जिससे बिहार मे एक मजबूत और व्यापक नेटवर्क के निर्माण होगा। वाराणसी–हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का निर्माण के लिए बिहार मे चार स्टेशनों का निर्माण होने वाला है जो यह राज्य की प्रगति और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में भूमिका निभायेगा । बिहार भारत के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह रणनीतिक पहल के तहत राज्य के स्थानीय परिवहन बुनियादी ढांचे को अपनाने और हाई-स्पीड रेल प्रणाली की सफलता में योगदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
परियोजना के आगे बढ़ते हुए, इन नए स्टेशनों का निर्माण यातायात लिंक्स को ही नहीं बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करेगा। यह पहल बिहार को एक तेज और सुधारित परिवहन के लिए एक अच्छे नेटवर्क में बदलने के विशाल दृष्टिकोण के साथ मेल खाता है।
वाराणसी–हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर वाराणसी को हावड़ा शहर से जोड़ने वाली एक योजनाएं के तहत बन रहा है। जब पूरा होगा तो यह दिल्ली-कोलकाता हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर का हिस्सा होगा। आए जानते है डीटेल मे बिहार के स्टेशन के बारे मे , जमीन के अधिग्रहण और रूट प्लान के बारे मे –

बिहार मे किस किस जगह से होकर गुजरेगा बुलेट ट्रेन-

वाराणसी-कोलकाता हाई स्पीड ट्रेन नेटवर्क में बक्सर और पटना के बीच उदवंतनगर (आरा) स्टेशन होगा, जहां बुलेट ट्रेन रुकेगी। रफ्तार ऐसी होगी कि देखते रह जाएंगे इस पूरे रूट के लिहाज से कॉरिडोर करीब 711 किमी लंबा होगा। इसमें जमीन के ऊपर (एलिवेटेड), अंदर (अंडरग्राउंड) और जमीन पर भी रेल ट्रैक होगा। लेकिन आरा और बक्सर के बीच का रेल ट्रैक एलिवेटेड होगा और जमीन से 20 फीट ऊपर रहेगा। रफ्तार की बात करें तो बिहार में बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। मतलब पलक झपकते ही ट्रेन आपकी नजरों के सामने से पार हो जाएगी। बिहार वालो का कहां है लोग वंदे भारत एक्सप्रेस में उलझे पड़े हैं लकीन अब बिहार को बुलेट ट्रेन का सौगद मिलने वाल है। इसके लिए भारतीय रेल विभाग ने बिहार मे चार स्टेशनों की पहचान भी कर चुकी है जहां से बुलेट ट्रेन गुजरेगी। इशारों में समझिए तो पहले स्टेशन पर सोनपापड़ी लीजिए और दूसरे पर लिट्टी चोखा,इसके बाद पहुंच जाइए पटना और थोड़ी ही देर में तिलकुट खा लीजिए। जिन चार स्टेशनों से बुलेट ट्रेन गुजरेगी,वहां सर्वे का काम भी शुरू हो गया है।

बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत बिहार में चार नए स्टेशनों के निर्माण का निर्णय विशेष महत्वपूर्ण है।

1. बक्सर स्टेशन
बुलेट ट्रेन के रूट में बक्सर स्थान को चयन किया गया है, जो कॉरिडोर का पहला स्टेशन होगा।

2. उदवंतनगर (आरा) स्टेशन
यह स्टेशन रेलवे कोरिडोर के महत्वपूर्ण बाधाओं के लिए चयनित है और इससे पूर्व में नगर आरा को जोड़ने का कारण बनेगा। आरा और बक्सर के बीच का रेल ट्रैक एलिवेटेड होगा और जमीन से 20 फीट ऊपर रहेगा।

3. पटना स्टेशन
बिहार की राजधानी पटना को बुलेट ट्रेन से जोड़ने के लिए यह स्टेशन अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।

4. गया स्टेशन
गया को इस अद्वितीय परियोजना से जोड़ने के लिए एक नया स्टेशन बनाया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र का यातायात बेहतर होगा।

वाराणस–हावड़ा हाई बुलेट ट्रेन रूट प्लान

इस परियोजना से तीन प्रमुख शहरों, वाराणसी, गया और कोलकाता का सीधा संबंध होगा। इसमें 711 किलोमीटर की लंबाई की जाएगी, स्टेशनों और परियोजना की लागत की संख्या और अब तक तैयार की जाने वाली विवरण बाकी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक,नवंबर 2022 तक बिहार में कॉरिडोर पर सर्वे का काम पूरा हो गया। 711 किमी लंबे रूट मे बक्सर, पटना, गया, आसनसोल, धनबाद, दुर्गापुर और हावड़ा स्टेशनों के साथ पूरी तरह से मिलाने का काम चल रही है। भूमि अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी गई है और अधिकारी भूमि अधिग्रहण शुरू करने और इस तरह निर्माण शुरू करने के लिए रेलवे से हरी झंडी का इंतजार कर रहे थे जो अब मिल चुकी है। ट्रेन 350 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सिर्फ दो घंटे में यात्रा पूरी करेगी।

वाराणसी–हावड़ा रूट प्लान पर सर्वे का काम ज़ोर शोर से चल रहा है। यह रूट प्लान से पूर्वी भारत के तीन प्रमुख शहरों वाराणसी,गया और कोलकाता को जोड़ा जाएगा । इस स्पीड रेल कॉरिडोर रूट प्लांट के तहत कुल 10 स्टेशन आएगे जिसका नाम नीचे दिये गए है-

  • उत्तर प्रदेश सीमा में: वाराणसी
  • बिहार सीमा में: बक्सर, आरा, पटना, गया
  • झारखंड सीमा में: धनबाद
  • पश्चिम बंगाल सीमा में: आसनसोल, दुर्गापुर, बर्द्धमान, हावड़ा

यह रूट प्लान को बनेने मे लगभग 7 साल का समय लगेगा। इस पूरे रूट के लिहाज से कॉरिडोर करीब 711 किमी लंबा होगा जो साल 2031 तक बन कर तैयार होने के संभाबना है।

जमीन अधिगरण की की प्रक्रिया शुरू

भूमि का अधिग्रहण के लिए तैयारी शुरू हो गई थी और अधिकारियों को रेलवे से हरित सिग्नल का प्रतीक्षा कर रहे थे ताकि भूमि अधिग्रहण और निर्माण की शुरुआत की जा सके। ट्रेन गति 350 किमी प्रति घंटे के साथ यात्रा को लगभग दो घंटे में पूरा करेगी। मुआवजा देने के लिए भी प्लान तैयार है भूमि अधिग्रहण के लिए रैयतों से जमीन के कागजात पूरे करने को कहा जा रहा है। इससे मुआवजे देने में देरी और परेशानी दोनों से ही बचा जा सकेगा। अगर बुलेट ट्रेन के लिए अधिग्रहण की जाने वाली जमीन पर घर, बोरिंग, किसी तरह की संरचना या पेड़ होगा तो उसके लिए अलग से मुआवजे का प्रावधान है।

सर्वे शुरू कहा कहा शुरू हुआ

हालांकि एरियल सर्वे पूरा कर लिया गया है और अब जमीन पर सर्वेक्षण का काम चालू हो गया है। इन चार स्टेशनों से बिहार में गुजरेगी बुलेट ट्रेन NHSRCL यानी नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने बिहार में बुलेट ट्रेन का रूट जारी कर दिया है। इस रूट में बक्सर, उदवंतनगर (आरा), पटना और गया में नए स्टेशन बनाए जाएंगे। यूं समझिए कि बुलेट ट्रेन दिल्ली से हावड़ा तक दौड़ेगी और इसके लिए ये आरा, बक्सर, पटना और गया का रूट भी कवर करेगी। इसको लेकर अब कोई भ्रम नहीं है। इन चारों जगहों के लिए बुलेट ट्रेन के रूट का एरियल सर्वे किया जा चुका है। इसी के लिए सर्वे कंपनी बक्सर,उदवंतनगर (आरा),पटना और गया में लोगो से मुलाकात कर रही है और प्रोजेक्ट के बारे में बता कर उनकी सहमति ले रही है। इस के बाद एक और अगले फेज में दिल्ली से बनारस (वाराणसी) VIA लखनऊ-अयोध्या कॉरिडोर पर भी सर्वे किया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद दिल्ली से वाराणसी आने वाले लोगों को बहुत फायदा होगा। क्योंकि यह सिर्फ तीन घंटे में आपको वाराणसी पहुंचा देगी। इससे लोगो को न खाना खाने का टेंशन न ले जाने का टेंशन । इसमें नए स्टेशनों के लिए बैंका और गोरखपुर भी शामिल किया जा सकता है। इस रूट से आप दिल्ली से लखनऊ तक बुलेट ट्रेन से जा सकेंगे। तीनों जगहों के लिए सर्वे का काम जोरों से चल रहा है। इसका आरंभ जल्दी ही होगा और इसका पूरा होने के बाद ये स्टेशन बना जाएंगे। तो फिर जल्दी ही बिहार के लोगों को बुलेट ट्रेन से जुड़ने का सपना हकीकत में बदल जाएगा।

परियोजना से बिहार को फायदे

सुगम यात्रा: बुलेट ट्रेन परियोजना से बिहार का यातायात सुगम होगा और लोग तेजी से और सुरक्षित रूप से यात्रा कर सकेंगे।
आर्थिक विकास: नए स्टेशनों के निर्माण से क्षेत्र में नौकरीयों का निर्माण होगा और आर्थिक विकास होगा।
पर्यावरण सजीवता: एलिवेटेड और अंडरग्राउंड स्ट्रक्चर्स के उपयोग से पर्यावरण को बचाने का एक कदम है।

इस परियोजना के माध्यम से, बिहार ने अपनी प्रगतिशील दृष्टि और यातायात के क्षेत्र में योगदान को बढ़ावा मिलेगा। यह एक भारत के उच्च गति रेल परियोजना में एक महत्वपूर्ण रोल्ल निभाएगा।

निष्कर्ष

बिहार की इस पहल से भारत में उच्च गति रेल क्षेत्र में विकास की संभावना में एक बड़ा कदम है, जिससे राज्य एक तेज और सुरक्षित यात्रा का संभावना स्थापित कर रहा है और उच्च गति रेल प्रणाली के सकारात्मक बदलाव के साथ एक मोडर्न और विकसित यातायात केंद्र की दिशा में मदद कर रहा है।

FAQs

  1. वाराणस–हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर क्या है?
    • यह एक हाई स्पीड रेल कॉरिडोर है जो वाराणसी से हावड़ा तक जाएगा, बिहार में चार नए स्टेशनों के साथ।
  2. बिहार में कौन-कौन से स्टेशन होंगे?
    • बक्सर, उदवंतनगर (आरा), पटना, और गया ये चार स्टेशन बनेंगे।
  3. रूट प्लान में कौन-कौन से राज्यों को शामिल किया गया है?
    • यह रूट प्लान उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, और पश्चिम बंगाल को शामिल करता है।
  4. बुलेट ट्रेन की रफ्तार क्या होगी?
    • बुलेट ट्रेन की रफ्तार लगभग 350 किमी प्रति घंटे होगी, जिससे यात्रा तेज़ी से होगी।
  5. कब तक पूरा होगा यह प्रोजेक्ट?
    • इस प्रोजेक्ट का पूरा होने का संभावित समय साल 2031 है।
  6. क्या इसमें नए स्टेशनों के अलावा भी कुछ शामिल किया जा सकता है?
    • हाँ, बैंका और गोरखपुर भी इस रूट पर नए स्टेशनों के लिए विचार किया जा रहा है।
  7. कैसे भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया है?
    • भूमि अधिग्रहण के लिए सर्वे का काम पूरा हो गया है, और अब जमीन पर सर्वेक्षण का काम चल रहा है।
  8. मुआवजा कैसे दिया जा रहा है?
    • भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा देने के लिए रैयतों से जमीन के कागजात पूरे करने को कहा जा रहा है।
  9. बुलेट ट्रेन से किसे कौन-कौन फायदा होगा?
    • बुलेट ट्रेन से यात्रा तेज़ी से होगी और लोगों को अधिक स्थानों के बीच सुरक्षित और तेज़ यात्रा का लाभ होगा।

      10.  बुलेट ट्रेन क्या है?

बुलेट ट्रेन एक हाई-स्पीड और उच्च क्षमता वाली रेलवे सुविधा है जो अत्यधिक गति और तेजी से यात्रा करने की क्षमता के साथ अग्रणी है। इसमें विशेष डिज़ाइन और                           तकनीकी विकसित की जाती है ताकि लंबी दूरीयों को तेजी से और आराम से तय किया जा सके।

11.  भारत में और कौन-कौन सी बुलेट ट्रेन परियोजनाएं हैं?

भारत में विभिन्न स्थानों पर बुलेट ट्रेन परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं, जैसे कि दिल्ली-वाराणसी-पटना, मुंबई-नागपुर, और अहमदाबाद-मुंबई।

 

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