विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha): बिहार के उपमुख्यमंत्री की राजनीतिक यात्रा-
बिहार राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के साथ, सम्राट चौधरी, और छह अन्य मंत्रियों की ने रविवार (28 जनवरी 2024) को बिहार राज्यपाल राजेंद्र के उस्पथिति मे शपथ ग्रहण की, इस अद्भुत घड़ी ने राज्य के राजनीतिक मंच को बदल दिया। यह लेख बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के राजनीतिक सफल यात्रा के गहरे और विस्तृत पहलुओं को जनेगे।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा की शिक्षा, राजनीतिक करियर, और उनके उच्च पदों पर सेवा की कहानी। सिन्हा ने बिहार के राजनीतिक मंच पर अपने नेतृत्व के साथ महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
शैक्षिक और सामाजिक पृष्ठभूमि
विजय कुमार सिन्हा, जो बिहार के लखीसराय से हैं, ने अपने बचपन से ही एक सामाजिक और राजनीतिक परिवार से अपनाई अपनी योजना में योजना बनाने के लिए राजनीतिक यात्रा की थी। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी पढ़ाई की, जिसके साथ-साथ उनकी नगरीय जीवन रीति ने उन्हें नगर की ताजगी के साथ नजरंदाज किया।
विजय कुमार सिन्हा का राजनीतिक करियर
प्रमुख विपक्षी नेता:
नीतीश कुमार के राजनीतिक उथल-पुथल के बाद, विजय कुमार सिन्हा ने बिहार विधानसभा में प्रमुख विपक्षी नेता के रूप में उपस्थित रहे थे। उनकी अल्पकालिकता और सार्वजनिक कल्याण के प्रति कटिबद्धता ने उन्हें लोगों के हृदय में प्रिय बना दिया।
लखीसराय से तीन लगातार जीत:
वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं और 2010 से लखीसराय संसदीय क्षेत्र से बिहार विधानसभा के सदस्य हैं। सिन्हा ने अपनी पार्टी का प्रतिष्ठान बनाए रखने के लिए लखीसराय से तीन लगातार जीत हासिल की, जो लोगों द्वारा उनपर विश्वास और आत्मविश्वास की पुनरावृत्ति का प्रमाण है।
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष
25 नवंबर 2020 में, जब नीतीश कुमार की JD(U) और भाजपा ने मिलकर बिहार में सत्ता प्राप्त की, तब सिन्हा को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष बनाया गया। यह इतिहास में पहली बार था जब भाजपा के सदस्य ने बिहार के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला। 24 अगस्त 2022 तक, विजय सिन्हा बिहार विधानसभा के अध्यक्ष रहे थे, लेकिन उन्होंने तबके महागठबंधन द्वारा उनके खिलाफ प्रस्तुत एक नो-कॉन्फिडेंस मोशन के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया।हालांकि, सिन्हा ने अपने पद को खाली करना पड़ा जब विधानसभा में एक महागठबंधन संघ के सदस्यों ने उन पर विरोध प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्हें विधानसभा के प्रमुख विपक्षी नेता बनाया गया।
नीतीश और सिन्हा: एक सहमति से शुरू होने वाला संवाद
हालांकि सिन्हा ने एक संतुलित नोट मे कहा था, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री के ज्ञान और अनुभव के प्रति अपना अत्यधिक आदर व्यक्त किया, साथ ही जो मेरे इस कुर्सी की उच्चाई तक पहुंचने में मदद की, उसके लिए मैं आपकी बड़ी कृतज्ञ हूं।
विजय कुमार सिन्हा का यात्रा बिहार की राजनीतिक प्रमुखता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी निष्ठा, नेतृत्व, और सांघर्ष क्षमता ने उन्हें बिहार के राजनीतिक मंच पर एक महत्वपूर्ण रूप से स्थान दिलाया है।
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