India & Maldives के बीच तनाव बढ्ने का रीज़न-
भारत और मालदीव के अधिकारियों के एक उच्च-स्तरीय समूह ने रविवार को द्वीप राष्ट्र में तैनात भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी पर आधिकारिक बातचीत शुरू की,मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से 15 मार्च तक द्वीपसमूह से अपने सैनिकों को वापस लेने के लिए कहा।
यह कोई नयी बात नहीं की मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से अपने सैनिकों को वापस लेने की बात की है लेकिन बात सोचने की है जब प्रधान मंत्री मोदी केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लक्षद्वीप यात्रा किया और सोश्ल मीडिया पर लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरे पोस्ट किए और लोगो से अपील की लक्षद्वीप आकर घूमे।
For those who wish to embrace the adventurer in them, Lakshadweep has to be on your list.
During my stay, I also tried snorkelling – what an exhilarating experience it was! pic.twitter.com/rikUTGlFN7
— Narendra Modi (@narendramodi) January 4, 2024
उसके बाद मालदीव के 3 मंत्रियों ने जो पीएम मोदी के पोस्ट पर टिप्पणी किया तभी से सोशल मीडिया पर मालदीव के बहिष्कार(#boycott Maldives) ट्रेंड चला है क्योंकि भारतीयों ने पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त की। मालदीव के 3 मंत्रियों ने जो पीएम मोदी के पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें “विदूषक”,”आतंकवादी”और “इज़राइल की कठपुतली” भी कहा और कई अन्य मालदीवियों ने सोशल मीडिया पर भारतीय पर्यटकों का अपमान किया था। उसी के बाद से India & Maldives बीच तनाव सुरू हो गाय था
हाला की मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उन 3 मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की और उन्हें उनके पदों से निलंबित कर दिया,लेकिन कई भारतीयों Bollywood Stars and Cricketers ने मालदीव जाने की अपनी योजना रद्द कर दी और देश के लोगों से लक्षद्वीप जैसे हमारे द्वीपों का दौरा करने का अनुरोध किया। यह तक की ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी EaseMyTrip ने मालदीव के लिए उड़ान बुकिंग निलंबित कर दी।
इन सब राजनीतिक विवाद के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शनिवार को एक कड़ा बयान जारी किया कहा कि मालदीव एक छोटा देश है, लेकिन यह किसी के लिए हमें “धमकाने” का “लाइसेंस” नहीं है। मालदीव के राष्ट्रपति की यह टिप्पणी उनकी चीन की 5 दिवसीय यात्रा के समापन के बाद वेलाना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (वीआईए) पर आई।
सोशल मीडिया पर मालदीव के बहिष्कार का ट्रेंड अभी चल रहा है क्योंकि भारतीयों ने पीएम मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणियों पर नाराजगी है।
इसी बीच सी चीन के साथ मिल कर भारत के खिलाफ सजिस रचने लगा और मोहम्मद मुइज्जू “भारत-बाहर”अभियान के मुद्दे को हवा दी साथ ही साथ वे हिंद महासागर क्षेत्र के प्रभुत्व के संघर्ष में चीन के साथ जुड़ने जा रहे हैं।
मालदीव ने भारतीय सैनिकों को 15 मार्च तक बुलाने का दिया समय
मोहम्मद मुइज्जू पहले से ही चीन समर्थक रहे है उनका भारतीय सैनिकों की वापसी ‘चीन समर्थक’नेता के लिए एक प्रमुख चुनावी मुद्दा था। पिछले साल 17 नवंबर को मालदीव के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद, राष्ट्रपति मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत से हिंद महासागर द्वीपसमूह राष्ट्र में तैनात अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेने का अनुरोध किया, उन्होंने कहा कि मालदीव के लोगों ने उन्हें ऐसा करने के लिए “मजबूत जनादेश” दिया है।
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय के नीति निदेशक अब्दुल्ला नाजिम ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने का प्रस्ताव दिया है। बैठक के दौरान राष्ट्रपति ने 15 मार्च से पहले भारतीय सैनिकों को हटाने का प्रस्ताव रखा।
मुइज्जू, जिन्हें चीन समर्थक के रूप में देखा जाता है, ने भारतीय सैन्य कर्मियों को बेदखल करने और चीन के साथ व्यापार को संतुलित करने का कोसिस कर रहा है, जो उनके भारत समर्थक विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) (pro-India opposition Maldivian Democratic Party (MDP)) के तहत भारत के पक्ष में था। मुइज्जू, जिन्हें चीन समर्थक के रूप में देखा जाता है, ने एक वादे पर अभियान चलाया।
मालदीव में भारत के लगभग 75 कर्मचारी हैं।
मुइज्जू की चीन यात्रा के बाद भारत से सैनिक वापस का प्रस्ताव-
उनकी यह मुलाकात चीन समर्थक राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के साथ “सफल” बैठकों के बाद बीजिंग से लौटने के ठीक एक दिन बाद हुई। दोनों देशों द्वारा जारी संयुक्त विज्ञप्ति के अनुसार,नेताओं ने सहयोग का विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की और कम से कम 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
मुइज्जू माले हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद, मुइज्जू ने मौजूदा विवाद पर एक स्पष्ट टिप्पणी में कहा कि उनका देश छोटा हो सकता है,लेकिन “उन्हें हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिलता है। इस तरह के बयान से ये समझ मे आता है की मुइज्जू चीन के साथ काम करना चाहते है।
मोहम्मद मुइज्जू पार्टी ने Capital Male Mayor चुनाव मिली हार-
भारत समर्थक विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने capital Male’s Mayoral चुनाव में निर्णायक जीत हासिल की है जो जनवरी 13 को हुआ है।एमडीपी के उम्मीदवार, एडम अजीम को नये Male Mayor के रूप में चुना गया है, जो मुइजू के उत्तराधिकारी हैं, जिन्होंने हाल ही में पिछले साल राष्ट्रपति चुनावों में भाग लेने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया था। मालदीव मीडिया ने अजीम की जीत को landslide और ‘बड़े अंतर से जीत’ बताया है। इस हार से मोहम्मद मुइज्जू को समझ मे आ जाना चाहिए की भारत से दुसमानी लेना कितना भरी पर सकता है है।